Description
“मल्लुकी मिली
बादशाह अकबर से
जिह बेटी कह बिठलाई।।
धडा पनसेरी, काठ करोडा।
ताम्रपत्र उपरसेही,
‘हिंद-ए-रत्न’ पुरस्कार पाई।।
बादशाह अकबर से
सौगंध लिखवाई।
निशाना नंगारा,
सोलह जातीओंमें
सन्मान कराई।
मल्लुकी बंजारा
अकबर के दरबार में रागडी लिहाई।।”
Reviews
There are no reviews yet.